tag:blogger.com,1999:blog-2248561588700653687.post5473049939825282012..comments2023-06-18T23:34:43.387+05:30Comments on साहित्यमेव जयते : दो दिलों की राहें Dr. Kumarendra Singh Sengarhttp://www.blogger.com/profile/13394109654270394091noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-2248561588700653687.post-76024533565039178082020-06-14T08:23:18.267+05:302020-06-14T08:23:18.267+05:30
अनामिका रुद्रांश के साथ अकेले यात्रा कर रही थी. अ...<br />अनामिका रुद्रांश के साथ अकेले यात्रा कर रही थी. अकेले क्या, अनामिका पहली बार रुद्रांश के साथ किसी यात्रा पर थी. उस छोटे से शहर में जहाँ ‘लोग क्या कहेंगे’ का संकोच होने के कारण अनामिका कभी भी रुद्रांश के साथ न पैदल घूमने निकली न कभी उसकी बाइक पर. ऐसा नहीं कि रुद्रांश ने कभी अनामिका से नहीं कहा साथ चलने को या ऐसा भी नहीं कि अनामिका का मन न हुआ उसके साथ घूमने को मगर अपनी सीमाओं के कारण वे दोनों कभी एकसाथ अपने ही शहर की गलियों में, सड़कों पर न टहल सके.<br />कोमल अहसासों से जुड़ी हुई सुंदर कहानी ,कई बार साथ होकर भी साथ नहीं होते ,तभी ये महसूस होता है <br />कैसी उफताग बढ़ गई आखिर<br />वक़्त गुजरा नही गुजारा है ,<br />Jyoti Singhhttps://www.blogger.com/profile/04419073316265642693noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2248561588700653687.post-8373152352783604182020-06-07T10:10:13.054+05:302020-06-07T10:10:13.054+05:30मन को छूती है कहानी ... सहजता से बने पात्र ... कोम...मन को छूती है कहानी ... सहजता से बने पात्र ... कोमल भावनाओं से बनी कहानी ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2248561588700653687.post-74895374697640449462020-06-06T23:45:37.266+05:302020-06-06T23:45:37.266+05:30बहुत सुंदर कहानीबहुत सुंदर कहानीkirti dubeyhttps://www.blogger.com/profile/00933816782681572763noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2248561588700653687.post-19260051838478455842020-06-06T23:44:52.198+05:302020-06-06T23:44:52.198+05:30बहुत सुंदर कहानीबहुत सुंदर कहानीkirti dubeyhttps://www.blogger.com/profile/00933816782681572763noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2248561588700653687.post-15214725870701186482020-06-06T23:30:45.878+05:302020-06-06T23:30:45.878+05:30ओह! कहानी के सुखद अंत की अपेक्षा थी। छोटे शहर के क...ओह! कहानी के सुखद अंत की अपेक्षा थी। छोटे शहर के कोमल सपने, सपने ही रह गए। डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.com