मंगलवार, 8 फ़रवरी 2022

जिक्र उनका सब करें मेरी चाह में

हाथ लेकर जो चले थे हाथ में,

रुक गए वो हाथ छुड़ाकर राह में।

 

टूट कर हमने जिन्हें चाहा बहुत,

टूट कर बिखरे उन्हीं की राह में।

 

नफरतें उनकी सहेजीं प्यार से,

आखिर उनसे ही मिली थीं प्यार में।

 

बेवफा उनको ना माने दिल मेरा,

कम रही होगी वफा मेरे प्यार में।

 

वो नहीं आएँगे हमको है यकीं,

वो यकीं फिर भी भुलाया चाह में।

 

चाहतें उनसे जुड़ी हैं इस कदर,

जिक्र उनका सब करें मेरी चाह में।


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