शबनम जैसा
तेरा होना,
पल भर रहकर
गुम हो जाना।
आँखों में बसता
रूप तुम्हारा,
उससे पहले
ओझल हो जाना।
रोक सके ना
देख सके ना,
बढ़ते हाथों का
थम-थम जाना।
अंक में भर लूँ
अपना कह लूँ,
एक हसरत का
हसरत रह जाना।
चंचल चितवन
दिल की धड़कन,
आस लगाए
कब होगा आना।
स्वप्न दिखाती
फिर आओगी,
फिर टूटेगा
स्वप्न सुहाना।
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