तुम न आओ,
इस तरह पास
मेरे,
नहीं हिम्मत
अब खोने
की
पास मेरे,
आज पास हो तुम
लेकिन
कल को चले
जाओगे दूर
यकीं है हमें,
दिल को कितनी
ही बार
समझाया है मगर
अब न समझेगा
यकीं है हमें,
ये सच है कि
तुम्हारा पास
होना
देता है ख़ुशी
दिल को,
देता है सुकून मन को
पर डरता है साथ
ही
ये दिल भी,
ये मन भी,
पता नहीं किस
पल तुम
कह दो आकर
अलविदा,
पता नहीं किस
पल तुम
आ जाओ
छोड़ कर जाने को,
बस उसी पल से
डरता हूँ,
उस पल से बचने
को
आज
तुमसे मिलने से
बचता हूँ,
फिर एक बार मिल
कर
बिछड़ने से डरता
हूँ.
++
1 टिप्पणी:
बहुत अच्छी है। अतीव सुंदर
एक टिप्पणी भेजें